विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर अपनी तीखी टिप्पणियों के संग संग सारगर्भित, तीक्ष्ण एवं चोट करती हुई कविताओं हेतु साहित्य जगत में विशिष्ट पहचान रखने वाले वरिष्ट साहित्यकार एवं विश्लेषक शैलेन्द्र […]
लाेक और दलित जीवन का प्रभावी आख्यान – सूर्यकांत नागर
‘वसंत के हरकारे: कवि शैलेन्द्र चौहान’, सुरेन्द्र सिंह कुशवाह द्वारा संपादित शैलेन्द्र के व्यक्तित्व-कृतित्व पर केन्द्रित बीस आलेखों का संकलन है। इसमें सूरज पालीवाल, प्रकाश मनु, वसंत मुखोपाध्याय, अभिज्ञात, शीलचंद […]
पांव ज़मीन परः लोक जीवन की लय का स्पंदन (शैलेन्द्र चौहान) – मोहन सपरा
कवि-कथकॎार-आलोचक शैलेन्द्र चौहान का संस्मरणात्मक उपन्यास उर्फ़ कथा रिपोर्ताज ‘पांव ज़मीन पर’ बोधि प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित हुआ है। लोक जीवन की लय को स्पंदित और अभिव्यक्त करती शैलेन्द्र चौहान […]
किताब समीक्षा : ‘द रेड सारी-सोनिया गांधी की नाटकीय जीवनी’ (भोला और बीके चतुर्वेदी) – मुहम्मद जाकिर हुसैन
लेखक जेवियर मोरो की 2008 में आई मूल स्पैनिश भाषा में ‘अल सारी रोजो’ नाम से आई किताब सोनिया गांधी की आत्मकथा के तौर पर प्रचारित की गई है। हालांकि […]
कवि होने की सादगी-भरी और संजीदा कोशिश (पुस्तक ‘वसंत के हरकारे’ की समीक्षा) – शिखर जैन
विगत चार दशकों से हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में अपनी प्रभावी और गरिमापूर्ण उपस्थिति दर्ज कराने वाले जुझारू एवं प्रखर साहित्यकार शैलेन्द्र चौहान के कृतित्व के मूल्यांकन को समेटती […]
‘सिनेमा से सम्वाद’ (मनमोहन चड्डा) – विकास कुमार
हिन्दी सिनेमा के वरिष्ठ सिने समालोचक, फ़िल्म समीक्षक व अध्येता और राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित फ़िल्म इतिहासकार मनमोहन चड्डा की सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘सिनेमा से सम्वाद’ साक्ष्य प्रकाशन से […]
“एक अकेली बेकाम, बेफ़िक्र , बेटैम लड़की की कहानी (आजादी मेरा ब्रांड,अनुराधा बेनीवाल ) – रीना
अनुराधा बेनीवाल द्वारा लिखी पुस्तक आजादी मेरा ब्रांड एक यात्रा वृतांत है। जिसमें लेखिका अकेले यूरोप के अन्य देशों की यात्रा करती है ।वह सिर्फ यात्रा ही नहीं करती बल्कि […]
प्रश्न पानी से नहीं धुलते (कहानी संग्रह, दिलीप कुमार शर्मा अज्ञात) – तेजस पूनिया
सन् 1803 में इंशा अल्लाह खान कृत कहानी रानी केतकी की कहानी को हिंदी की पहली कहानी कहा जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे इस कला में परिवर्तन होने लगा और […]
सॉफ्ट कॉर्नर ( कहानी संग्रह, राम नगीना मौर्य ) – भोलानाथ कुशवाहा
मिडिल क्लास की रोजमर्रा की जिंदगी से रूबरू कराती कहानियाँ कथाकार रामनगीना मौर्य का एक और कहानी संग्रह “सॉफ्ट कॉर्नर” […]
‘मुआवजा’ श्रमिक-शोषण का दस्तावेज है (महेश कुमार केसरी) – देवचंद्र भारती ‘प्रखर’
महेश कुमार केसरी ‘राज’ का कहानी-संग्रह ‘मुआवजा’ वर्ष 2020 में परिकल्पना प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित हुआ है, जिसमें कुल बारह कहानियाँ – आखिरी फैसला, सुरेश बाबू, किस्सा कोयलांचल का, […]