मैं अतीत को जीत,जीत की पहली एक किरण हूँ, भारत के आते भविष्य का मैं मंगलाचरण हूँ। बदल रहा यह देश, विश्व को मैंने दिखा दिया है, मैं भिलाई […]
फाइटर की डायरी (मैत्रेयी पुष्पा) : अंजलि
“फाइटर की डायरी” ये मेरे कॉलेज लाईब्रेरी की पहली किताब है। वैसे मैं कंप्यूटर साइंस की स्टूडेंट हूं पर कहानियों और उपन्यास को पढ़ने में दिलचस्पी रखती हूं इसीलिए इस […]
अटक गई नींद ( लेखक : राकेश मिश्र ) – ललिता शर्मा
प्रेम एक अहसास है। युग चाहे कोई भी हो प्रेम अपने शाश्वत मूल्यों के साथ प्रत्येक युग में विद्यमान रहा है। प्रेम का जुड़ाव हृदय की अन्तःस्थल की गहराइयों से […]
उम्मीदों का मौसम लेकर आई ‘अक्टूबर जंक्शन’ – तेजस पूनिया
हिंदी साहित्य में नई वाली हिंदी के नाम पर हिंदी युग्म प्रकाशन ने एक क्रांति सी पैदा की है। और इस क्रांति में कई युवा और नए लेखक बेस्टसेलर बने […]
प्रदीप कुमार सिंह और रामप्रकाश दिवेद्धी द्धारा संकलित व संंपादित पुस्तक की समीक्षा – डॉ. विधि शर्मा
प्रसिद्ध समाजशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ प्रो. आनंद कुमार द्धारा पिछले 25 वर्षो में लिखे गए लेखों तथा दिए गए भाषणों को एकत्रित कर डॉ. प्रदीप कुमार सिंह और डॉ. रामप्रकाश द्धिवेदी […]
गरिमा श्रीवास्तव द्वारा सम्पादित पुस्तक ‘ज़ख्म, फूल और नमक’ की समीक्षा – गौरव भारती
युद्ध का इतिहास मानव सभ्यता के उदय के साथ ही शुरू हो जाता है | विश्व इतिहास पर दृष्टिपात करें तो हम देख सकते हैं कि युद्ध सदैव सत्ता, साम्राज्य […]
भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के करकमलों द्वारा “राजभाषा गौरव” पुरस्कार से सम्मानितडॉ. अमरीश सिन्हा द्वारा लिखित “बीमा सुरक्षा और सामाजिक सरोकार” पुस्तक की समीक्षा – डॉ. प्रमोद पाण्डेय
डॉ. अमरीश सिन्हा द्वारा लिखित “बीमा सुरक्षा और सामाजिक सरोकार” पुस्तक के लिए उन्हें १४ सितंबर-२०१७ को हिंदी दिवस के अवसर पर भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के […]
दिल्ली दरबार (उपन्यास) लेखक : सत्य व्यास - नितिन चौरसिया
हिंदी साहित्य के नवोदित कथाकारों की कृतियों में सत्य व्यास जी द्वारा लिखित उपन्यास ‘दिल्ली दरबार’ प्रशंसनीय है | यह कहानी देश के छोटे-छोटे शहरों से निकलकर राजधानी दिलवालों की […]
गुलाम मंडी: किन्नर संवेदना, अस्मिता और अधिकार – पार्वती कुमारी
हिजड़ा शब्द फारसी के ‘हीज‘ तथा हिंदी के स्वर्थिक प्रत्यय ‘ड़ा‘ से मिलकर बना है, जो पुल्लिंग संज्ञा है। इसे न तो स्त्री और न पुरुष के अर्थ में प्रयोग […]
कोरजा (मेहरून्निसा परवेज) : स्त्री जीवन की त्रासदी का आख्यान – आरती
मेहरून्निसा परवेज हिंदी की चर्चित कथाकार है। सातवें दशक से ही वह निरंतर साहित्य-सृजन की प्रक्रिया से जुड़ी हुई है। हाशिये का समाज उनकी रचनाओं के केंद्र में रहा है। […]